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सूर्य ग्रहण

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  14 अक्टूबर को इस साल के आखिरी  सूर्य ग्रहण का  होगा। आगामी पितृ अमावस्या शनिवार 14 अक्टूबर को भारतीय समय अनुसार रात्रि 8 बज कर 34 मिनट से मध्य रात्रि 2 बज कर 19  मिनट तक लगने वाला एक लम्बा सूर्य ग्रहण उत्तर और दक्षिण अमेरिका महाद्वीप के बड़े भूभाग में दिखाई देगा l यह भारत में दिखाई नहीं देगा। इस वलयाकार सूर्य ग्रहण की लम्बी अवधि का है। कन्या राशि व चित्रा नक्षत्र पर बन रहा है तथा ग्रहण के समय धन तथा सुख का कारक बृहस्पति का बड़े पाप ग्रहों (मंगल, शनि, राहु और केतु) से पीड़ित होने से   इस सूर्य ग्रहण को अभी तक के पिछले कुछ बड़े ग्रहणों में सबसे विलक्षण बना देता है l      अमेरिकी महाद्वीप पर संकट आने की संभावनाएं बनती दिख रही है।भूकंप, लाइलाज बिमारियां और बड़े आर्थिक घोटाले का संकट हो सकता है।        ग्रहण के समय मंगल का वायु तत्व की राशि तुला पर है। सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा एवं इसका कोई धार्मिक महत्व भी नहीं है तथा इस सूर्य ग्रहण पर किसी भी प्रकार का कोई सूतक नहीं लगेगा।     वैज्ञा...

Psychological impact of worshipping lord Ganesha

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  श्रीमद्भगवद्गीता में भगवान कहते हैं,जो जिस-जिस देवता का श्रद्धा पूर्वक पूजन करते है।उस उस भक्त को उसी श्रद्धा में स्थिर कर देता हूं।(ज्ञान-विज्ञान योग -21)  भारतीय सनातन धर्म में कई देवी-देवताओं की पूजा - आराधना का प्रावधान है। आप ने कभी सोचा है कि ईश्वर तो एक है,पर फिर हम इसे विभिन्न स्वरूपों में क्यो पूजते हैं? यदि हम ध्यान से इन विभूतियों की मूर्तियों का अवलोकन करें ,तो हमें पता चलेगा कि इनका कितना बड़ा मनोवैज्ञानिक कारण है।  आज हम श्री  गणेश जी  के बारे में कुछ तथ्यों को जानने का प्रयास करते हैं। गणेश जी का जन्म माता पार्वती के मैल का परिणाम था।जिसे द्वार पर माता ने किसी को भी न आने देने का कार्य सौंपा। चुंकि श्री गणेश मैल से बने थे।अतः उनमें तामसिक प्रवृत्तियां थी।जो किसी का सम्मान न करना ,हठधर्मीता भी थी। ऐसे में उनका वध शिवजी के हाथों होता है।माता पार्वती के अत्यधिक प्रलाप से श्री विष्णुजी के द्वारा गणेश के शरीर पर हाथी का सिर लगाकर उसे जीवित कर दिया जाता है। हाथी मनुष्य के सिर की तुलना में बड़ा तथा जटील होता है। हाथी की स्मृति मनुष्यों की तुलना में कई ...

सूर्य का कन्या राशि पर गोचर तथा प्रभाव

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  सूर्य का कन्या राशि पर गोचर तथा इसके प्रभाव:     17/9/2023 को 13 बजकर 30 मिनट तथा 45 सेकण्ड पर सूर्य कन्या राशि में प्रवेश कर रहा है। इस समय धनु लग्न उदित हो रहा है।  इस कुंडली में धर्माधिपति तथा कर्माधिपति राशि परिवर्तन योग में है । वहीं बृहस्पति वक्री होने के साथ राहु , शनि मंगल के प्रभाव में है। फिर पुनः कोई बड़ी धार्मिक उन्माद की ओर संकेत बन रहे है। सरकार के साथ अब विरोधीदल भी धार्मिक उन्माद में अपना फायदा तलासने के प्रयास जारी रखेंगे। लग्न पर मंगल पंचमेश - द्वादशेष की दृष्टि है। पंचम भाव राजा की मानसिक स्थिति, शेयर मार्केट, नैतिक मूल्यों, विदेशी राजदूतों, मनोरंजन के साधन के साथ अभिनेता - अभिनेत्रीयो को भी इंगित करता है। दशम भाव में दिग्बली मंगल  है । दशम भाव में पंचमेश - द्वादशेष व नवमेश,अष्टमेश की स्थिति है जो विदेशी निवेश के साथ सरकार के कामकाज में गिरावट का संकेत है।नवमेश दशमेश के राशि परिवर्तन योग में स्थित है। न्यायालय की सुदृढ़ स्थिति के साथ , विदेशी समझौतो से भी लाभ  के संकेत बन रहे हैं।शेयर मार्केट में अचानक उतार - चढ़ाव दोनों ही स्थितियों के...

चंद्रयान -3 की सफलता का राज

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  चंद्रयान -3 की सफलता का राज चंद्रयान -3   14/7/2023 को प्रक्षेपण किया गया।यह प्रक्षेपण लांच व्हीकल मार्क -3 के जरिए 14:35 पर किया गया।उस समय वृश्चिक लग्न उदित हो रहा था। लुना-25   11/8/2023 को 4:40  128E35' 52N 24' को प्रक्षेपित किया गया।लुना क्रेश हो गया जबकि चंद्रयान सफल रहा। दोनों का तुलनात्मक अध्ययन - # चंद्रयान की मुहुर्त कुंडली वृश्चिक लग्न की है, लग्नेश दशम भाव में , जबकि लुना - 25 की मुहुर्त कुंडली का लग्न सिंह है तथा लग्नेश द्वादश भाव में। लग्न पर दो अशुभ ग्रहों के प्रभाव अरिष्ट का निर्माण करते हैं। #  तृतीयेश, दशमेश द्वादशेष का संबंध अंतरिक्ष संचार के उपयुक्त है।जो दोनों में उपस्थित है। लुना-25 में 10-12 का राशि परिवर्तन शुभ नहीं। # चंद्रयान कुंडली के दशम भाव पर दो शुभ ग्रहों का प्रभाव है। जबकि लुना -25  के दशम भाव में कोई शुभ प्रभाव नहीं है। द्वादशेष चंद को छोड़कर। # सबसे महत्वपूर्ण बात की सफल यात्रा के योग में सप्तम भाव बहुत महत्वपूर्ण होता है सप्तम भाव में उच्च के चंद्रमा ने यात्रा को सफल बनाया जबकि लुना -25 के सप्तम भाव में वक्री शनि ने असफ...

सिंह संक्रांति

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  सूर्य का सिंह राशि में गोचर 17/8/2023 को समय 13:33 पर सूर्य सिंह राशि में प्रवेश कर रहे हैं ।इस समय वृश्चिक लग्न तथा कन्या नवांश उदित हो रहा है। लग्नेश तथा दशमेश दोनों ही दिग्बली है तथा चतुर्थेश,नवमेश , एकादशेश से युत दृष्ट होकर एक बड़े राजयोग तथा  धन योग का निर्माण कर रहे हैं। इस युति में षष्ठेश -अष्टमेश भी सम्मिलित है जो बाधाओं को इंगित करता है। इन योगों के ये परिणाम हो सकते हैं - # संचार व्यवस्था को हम तृतीय भाव से देखते हैं। तृतीयेश की मजबुत स्थिति इससे संबंधित कार्यों की सफलता को इंगित करती है। चंद्रयान -3 कुछ बाधाओं के बावजूद सफल परिणामों का संकेत दे रहा है। # रियल एस्टेट , ठेकेदार, ब्रोकर, न्यूज मीडिया आदि से संबंधित कार्यों में सफलता के संकेत बन रहें हैं। # शिक्षा, वाणी से संबंधित कार्यों में गिरावट के संकेत मिल रहे हैं। # सरकार की योजनाएं बाधाओं के बावजूद सफल रहेंगी। # सरकार की छवि में गिरावट के प्रयास जारी रहेंगे। # कुछ घोटाले उजागर हो सकतें हैं # प्राकृतिक आपदाओं से 19 अगस्त तक कोई राहत नहीं। # शुक्र फिलहाल नवम भाव में वक्री चल रहा है, मंगल, सूर्य, शनि के प्रभाव स...

भारत का वर्ष फल: दे रहा बड़े संकेत

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  15 अगस्त 1947 को हमारा देश आज़ाद हुआ था।इस समय की कुंडली वृषभ लग्न की बनती है। भारत की कुंडली में इस समय दशा चंद्र/शुक्र की चल रही है जो 2025 को समाप्त होगी। भारत की कुंडली में ये लग्नेश, तृतीयेश, षष्ठेश होकर तृतीय भाव में स्थित है।ये भारतीय टेलेंट, टेली कम्युनिकेशन, अंतरिक्ष कार्यक्रमों से संबन्धित सफलता को इंगित करता है।तो वहीं दोनों स्त्री ग्रहों पर पीड़ा स्त्रियों की दुर्दशा को भी इंगित करती है।  15/8 / 2023 को हमारी स्वतंत्रता के 76 वर्ष पूर्ण हों रहे हैं। 2023-2024 का वर्ष फल बनाने पर हमें तुला लग्न मिल रहा है। मुंथा  कन्या राशि में जो वर्ष फल कुंडली का बारहवां भाव है तथा जन्म कुंडली का पांचवां भाव बनता है।              वर्ष कुंडली जन्म कुंडली के ही परिणामों की स्पष्टता देता है। सूर्य के अपने जन्मकालिन राशि व समान अंशों पर आने पर विभिन्न ग्रहों की गोचरीय स्थिति को वर्ष फल प्रकट करता है।     वर्ष फल विश्लेषण     भारत की कुंडली का वर्ष फल तुला लग्न का बन रहा है। वर्ष फल मे...

अविश्वास प्रस्ताव पर घिरती सरकार

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  वर्तमान में सरकार के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है।सारा विपक्ष एक जुट होकर मोदीजी के विरुद्ध खड़ा है। अब प्रश्न यह उठता है कि क्या सरकार गिर जाएगी या फिर परिणाम सरकार के पक्ष में रहेंगे। मोदीजी की कुंडली वृश्चिक लग्न की है वर्तमान में दशा -मंगल/ शनि / बुध की चल रही है। कंटक शनि है। अचानक से लाभ को दिखाती है। दशा - मकर/सिंह/कुंभ की चल रही है। ब्रह्म महेश्वर दशा- वृषभ / मीन की चल रही है। मोदीजी की कुंडली में अष्टमेश का प्रत्यंतर चल रहा है। ब्रह्मा महेश्वर दशा में अंतर मीन का है जो अरिष्ट निर्मित करता है। यहां मोदी को उनके स्वास्थ्य , मानसिक तनाव आदि का सामना करना पड़ेगा। चरदशा - में प्रत्यंतर कुंभ का है जिसमें मात्र कारक स्वयं स्थित है जो विपरीत परिस्थितियों में भी सिंहासन दिखा रहा है। स्थितियां खराब होने के बावजूद परिणाम सरकार के पक्ष में रहेंगे।

INDIA का गठन : एक विश्लेषण

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  18/7/2023 को 26 बड़े दलों की बैठक हुई जिसमें नया संगठन INDIA का प्रादुर्भाव हुआ। इस समय वृश्चिक लग्न की कुंडली बनती है। लग्नेश दशम भाव में दिग्बली है साथ ही चतुर्थेश -सप्तमेश से युत- दृष्ट होकर राजयोग का निर्माण कर रहा है। लग्न पर लग्नेश की दृष्टि शुभ है।साथ ही लग्न पर दो पाप ग्रहो की दृष्टि है।  शनि मंगल तृतीयेश - षष्ठेश भी है जो जीतने के लिए किसी भी हद तक जाने का जुनून तो उतावलापन भी देता है। चतुर्थ पर दो पाप ग्रहो की दृष्टि के साथ द्वादशेष की भी दृष्टि है जो सत्ता सुख में कमी को दिखाता है।    पंचमेश षष्ठ भाव में राहु से युत होकर शनि से दृष्ट हो जो विषाक्त मानसिकता को दर्शाता है। नवमेश,दशमेश, एकादशेश की युति नवम भाव में प्रास्पेरिटी को दिखा रहीं हैं। परंतु एकादश भाव पाप कर्तरी में है। जैमिनी दृष्टि से देखें तो Ak,Pk,Dk की युति बढ़िया राजयोग का निर्माण कर रहीं हैं।Gk,Mkकी युति सत्ता प्राप्ति में संघर्ष को दिखा रहीं हैं। भोग्य दशा शनि/शुक्र की प्राप्त हुई जो वक्री तृतीयेश - चतुर्थेश- द्वादशेष की दशाएं है जो सीटों के बटवारे को लेकर विवाद को दिखा रहीं हैं। चुनाव...

सज़ा या फिर राहत

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             दरअसल, 2019 में मोदी उपनाम को लेकर की गई टिप्पणी के मामले में 23 मार्च को सूरत की सीजेएम कोर्ट ने राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई थी। हालांकि, कोर्ट ने फैसले पर अमल के लिए 30 दिन की मोहलत भी दी थी। 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान कर्नाटक के कोलार की एक रैली में राहुल गांधी ने कहा था, 'कैसे सभी चोरों का उपनाम मोदी है?' इसी को लेकर भाजपा विधायक और गुजरात के पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज कराया था। राहुल के खिलाफ आईपीसी की धारा 499 और 500 (मानहानि) के तहत मामला दर्ज किया गया था। 23 मार्च 2023 को निचली अदालत ने राहुल गांधी को दोषी ठहराते हुए दो साल की सजा सुनाई थी। इसके अगले ही दिन राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता चली गई थी। राहुल की अपना सरकारी घर भी खाली करना पड़ा था। निचली अदालत के इस फैसले के खिलाफ दो अप्रैल को राहुल गांधी ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। जस्टिस प्रच्छक ने मई में राहुल गांधी की याचिका पर सुनवाई करते हुए उन्हें अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया था। पिछले दिनों हाईकोर्ट ने भी इस मामले मे...

सफल या असफल चंद्रयान -3

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  चंद्रयान -1 2008 में चंद्रयान -2  6/9/2019 में चंद्रयान -3 14/7/2023 को प्रक्षेपण किया गया।यह प्रक्षेपण लांच व्हीकल मार्क -3 के जरिए 14:35 पर किया गया। करीब 45-48 दिनों का सफर पूरा करने के बाद 23-24 अगस्त के बीच चंद्रयान -3 से लैंडर के जरिए रोवर को चांद पर उतारा जाएगा। इसके साथ ही चांद पर पहुंचने वाला भारत दुनिया का चौथा देश बन जाएगा। पहले तीन देश अमेरिका,रूस और चीन है। भारत का चंद्र अभियान कई मायने में महत्वपूर्ण है। चंद्रयान- 3 के जरिए रोवर को चांद पर ऐसे स्थान पर उतारा जा रहा है, जहां अब तक किसी भी देश का कोई अभियान  नहीं पहुंचा है। भारतीय रोवर चंद्रमा के दक्षिणी धुव्र में उतरेगा। इस हिस्से को चंद्रमा का सबसे विचित्र और विषम भौगोलिक क्षेत्र माना जाता है। दरअसल, दक्षिणी ध्रुव पर सूर्य की रोशनी सीधे पड़ती है। जिसके चलते यह सबसे गर्म हिस्सा माना जाता है तथा यहां तापमान 54 डिग्री तक होने की संभावना है। दूसरी अचरज की बात है कि इस हिस्से में ऊंचे पहाड़ और गहरे गड्ढे भी हैं, जिन पर पहाड़ों की छाया पहुंचने के कारण कभी सूर्य की रोशनी नहीं पड़ती है। वहां तापमान माइनस 200 डिग्र...

लोकसभा चुनाव 2024

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  चुनाव 2024 भा जपा चुनाव   मोदी लहर पर लड़ेगी। मोदी की कुंडली वृश्चिक लग्न की है।जो कई राज योग से भरी है। मोदीजी की कुंडली में विम्शोत्तरी दशा - मंगल/शनि/शनि की है जो राजयोग में सम्मिलित है। चर दशा - मकर/मिथुन/मकर की है । मकर से चतुर्थ भाव पर चार शुभ ग्रहों की दृष्टि है। मिथुन से चतुर्थ भाव में उच्च के बुध स्थित है। वहीं मिथुन से चतुर्थ भाव में जिके, डीके, केतु  की युति है।जो समस्याओं को दिखा रहीं हैं। ब्रह्मा महेश्वर दशा वृषभ/मेष की है।यह प्रबल जीत को इंगित करती है। भाजपा के चार्ट मिथुन लग्न का है। तथा दशा चंद्र/बुध रिकॉर्ड जीत को दिखाती है। चर दशा - धनु/तुला घर दशा फिर संघर्ष को दिखा रहीं हैं। ब्रह्मा महेश्वर दशा - कन्या/मिथुन की है जो जीत इंगित करती है।     राहुल गांधी की कुंडली मोदी जी की कुंडली से कमजोर है। चतुर्थेश नीच का है,भाग्येश तथा दशम भाव पाप कर्तरी में है। विम्शोत्तरी दशा - राहु/शनि / शनि की मिलेगी। यहां शनि चतुर्थेश तो है पर नीच का होने से बड़े पैमाने पर जीत दर्ज नहीं करा सकता । चर दशा - वृषभ/वृषभ की रहेगी। साथ ही सारे विपक्षी दल मि...