क्या कहती है मिथुन संक्रांति

 मिथुन संक्रांति :

क्या ग्रह बना रहे हैं असंतुलन की स्थिति ?



15 जुन 2023 को शाम 6:17 मिनट पर सूर्य मिथुन राशि में प्रवेश कर रहे हैं।इस समय वृश्चिक लग्न उदित हो रहा है।

कुछ शुभाशुभ बिन्दु -

# लग्नेश मंगल नीच के है।

# चतुर्थ भाव में स्वग्रही शनि शुभ है उस पर मंगल की दृष्टि प्राकृतिक आपदाओं, दुर्घटनाओं का संकेत है।

# दशमेश सूर्य का अष्टम भाव में होना सरकार की छवि में गिरावट के साथ कार्यों में बाधा का संकेत है।

इस महीने ग्रहों के परिवर्तन भी कुछ ऐसे संकेत दे रहे हैं - 

# शनि 18 जुन को 13°1' पर वक्री हो रहें हैं।23 जुन तक 13°0' पर ही रहेंगे।

ठीक इसी समय 19 तथा 20 जून को बृहस्पति 12°56' तथा 13°7' पर शनि से सबसे सामीप्य स्थिति में होंगे। जो चतुर्थ तथा षष्ठ भावों में है । आपदाओं तथा दुर्घटनाओं का संकेत दे रहे हैं।

# 25 जून को बुध राशि परिवर्तन कर रहे है जो मिथुन में सूर्य से युति करेंगे। 28 जुन को सूर्य व शनि समान डिग्रियों पर गोचर करेंगे तथा दोनों राहु के नक्षत्र पर गोचर करेंगे। पुनः प्राकृतिक आपदाओं का संकेत है।

# 23 जुन को राहु तथा सूर्य समान डिग्रियों पर गोचर करेंगे तथा शनि से त्रिकोणीय संबंध में रहेंगे।

#1 जुलाई को मंगल का राशि परिवर्तन।

  इस प्रकार 18 जुन ग्रह प्राकृतिक  असंतुलन की स्थिति बना रहे है। कहीं न कहीं प्राकृतिक आपदाओं तथा दुर्घटनाओं के संकेत है।


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