6मई से 5 जुलाई तक सावधान रहें।
6 मई से 5 जुलाई तक सावधान रहें।डिप्रेशन, संक्रामक रोग/करोना, कार्य में बाधाएं, परेशानियों तथा दुर्घटनाओं योग बन रहे हैं। जिनकी कुण्डली में भी चंद्रमा पीड़ित हैं विशेष कर वे व्यक्ति
भगवान शिव की आराधना करें।
रुद्राष्टकम का पाठ तथा
कृष्णा वासुदेवाय हरे परमात्मने प्रणत क्लेशनाशाय गोविंदाय नमः मंत्र का जाप करें।
आप नव ग्रह स्त्रोत का पाठ भी कर सकते हैं।
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ज्येष्ठ प्रतिपदा यदि शनि वार को पड़े तो भविष्य फल भास्कर के अनुसार दुर्भिक्ष होवे,रोग पीड़ा तथा छत्र भंग आदि उपद्रवों का संकेत है। ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष मई की 6 तारीख शनिवार से प्रारंभ हो रहा है। आगे ज्येष्ठ शुक्ल प्रतिपदा के दिन भी शनिवार है जिसे भी भविष्य फल भास्कर ने जनता को पीड़ा तथा छत्र भंग की बात कही है।
साथ ही इस समय राहु बृहस्पति की युति गुरु चांडाल योग का निर्माण करती है जिस पर शनि की दृष्टि।
18 जुन को शनि वक्री होगा।
11 मई को मंगल कर्क राशि में प्रवेश कर शनि से षडा़ष्टक स्थिति में है।
भारत की दशा चंद्र/केतु की है।
5 जुलाई तक सावधान रहें।

Thank You for sharing 🙏
ReplyDelete👏👏 nice
ReplyDeleteVery nice..and informative
ReplyDelete🙏
ReplyDeletePerfect prediction and calculation 👍
ReplyDeleteInteresting kamla
ReplyDeleteअति उत्तम 🙏
ReplyDeleteअति उत्तम 🙏
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